धुल की एलर्जी ये एक सामान्य समस्या हे ज्यादा देर तक धुल में रहने से काफ़ी तकलीफ होती हे धुल
के कण ही बनते हे एलर्जी का कारण . धुल अपने श्वास नालिके से होके शारीर में जाके हमें जोरजोर से सिंक अति हे |

ये धुल मतलब की एलर्जी ही होती हे| अमेरिका के अस्तामा और एलर्जी फाउडेशन के बताने पर जेमतेम
20 मिलियन लोगो को एलर्जी का प्रॉब्लम हे |
एलर्जी के लक्षणों के अलवा धुल के कारण सायनस और अस्तमा हो सकता हे | बहुत सारे लोगो को इस
एलर्जी का प्रॉब्लम होता हे | इस एलर्जी को डस्ट माइड एलर्जी भी कहा ज्याता हे
में आपको इसके कुछ लक्षण बताती हु ,
1. धुल के मेल से नाक बहना और कान को खुजली होना ,
2. चेहरे पर तखलीफ़ होने लगती हे
3. आखो में से पानी बहता हे और काफी दर्द होता हे इस से आखे लाल होती हे गले में दर्द और खासी भी होती हे
4. आखे सूजने लगती हे और आखो के निचे वाले भाग में लाल रंग के चट्टे नजर आते हे
5. सास लेने में तकलीफ़ होती हे ,और बातचीत में रुकावट आती हे |
कुछ लोगो को खाद्य पदार्थ ,पराग कण से भी एलर्जी होती हे | अपना घर कितना भी साफ क्यूँ न हो
फिर भी घर में धुल के कण होते ही हे |
बेड, फर्नीचर के कुषन इसमें धुल होती हे | हम जितना धुल के संपर्क में आयेंगे उतना हमें एलर्जी का
प्रॉब्लम होगा इसलिए धुल से जितना हो सके उतना दूर रहिये और अपना ख्याल रखे |
धुल के एलर्जी पर उपाय , बस अपने घर में धुल न होने दे यही एक उपाय हे|
लेकिन एलर्जी का दर्द ज्यादा हो जाये तो उसपर उपचार भी आवश्यक हे इसके लिए डॉक्टर के सल्ले
से औषधोपचार करे |इस एलर्जी पर उपचार बताने वाले बहुत मिलेंगे मगर डॉक्टर का ही सल्ला ले |धुल
की एलर्जी से बचाव करने के लिए आर्द्रता 30 और 50 टक्के होनी चाहिए .घर में एसी होगी तो उतनी
आर्द्रता घर में रहेगी इसका ख्याल रखे और ह्युमिडीफायर का वापर करे |
अच्छे प्रकार का एअर फ़िल्टर यूस करे| जो धो सके एसे ही खिलोने ख़रीदिए पिलो की कव्हर ,चादरे
हमेशा धोते रहिये और घर अपना घर साफ रखे |
धन्यवाद.......
1 Comments
Very nice
ReplyDelete