Hindi moral kids story : (जंगल
की
कहानियां
)
गधा और
भेड़िया
एक समय एक जंगल में एक गधी रहती थी उसको एक बच्चा था । उस गधी को अपने बच्चों से बहुत प्रेम था एक दिन एक हाथी का बच्चा उस गधी के पास आया और कहा आंटी ,आंटी आपके बेटे को आप मेरे साथ भेज देंगे हमें एक साथ खेलना है|
ठीक है, आप जा सकते है लेकिन बहुत दूर नहीं जाना बेटा क्योंकि खतरनाक जंगली जानवर यहां घूमते रहते है। ऎसी चेतावनी देकर उसने उनको भेज दिया ।फिर दोनो बच्चे निकल गए खेलने के लिए ।जैसे ही दोनो चलने लगे कुछ दूर बाद गधी की बच्ची को एक आइडिया आया ,मेरे दोस्त अगर हमे जंगली जानवरों ने पीछे से हमला कर दिया तो क्या करेंगे , हम एक काम करते है हम एक दूसरे को बचाएंगे अगर किसीने हमला कर दिया तो
ठीक है ।ऐसा करने से ही हम अपनें आप को जंगली जानवरो से बचा पाएंगे । सुन लिया मेरे दोस्त ।ऐसा कहें के बहुत दूर वे जंगल के और चले गए । वहा पास में पेड़ो के डाली से पत्ते तोड़के वो हाथी का बच्चा खाने लगा ।गधे के बच्चे ने भी पास वाले खास को चरने लगा ।
ऐसे दोनो बच्चो ने जेब पेट भरके खा पीके खुशी से रहे तो ,पेड़ के पीछे से एक भेड़िए ने देख लिया और भेड़िए ने पीछे से गधी के बच्चे पर हमला किया और उस गधे के बच्चे ने अपने आप को बचा ने के लिए उससे लड़ने लगा मगर भेड़िए ने छोडा ही नहीं गधे के बच्चे का पीछा किया जैसे तैसे करके गधी के बच्चे ने अपनी जान छुड़ाई और हाथी के बच्चे के पास भाग कर पहुंचा ।
हाथी के बच्चे को इस बात की खबर पड़ गई ।हाथी के बच्चे को बहुत घुस्सा आया और वो भेड़िए को भगाने के लिए उसके पास दौड़ने लगा ।वो भले ही छोटा था, मगर हाथी का बच्चा था इसलिए भेड़िए का बच्चा उससे डर के मारे वाहा से भाग निकला। जान बचा ने के खुशी में ये दोनो बच्चे अपने घर कि और निकल पड़े ।घर पहुंच ने के तुरंत बाद गधी के बच्ची ने अपनी मम्मी से पूरी कहानी सुनाई |
गधी ने फिर उसकी बच्ची से, कहा ,एक बात ध्यान से सुन लो इस जंगल में बहुत सारे खतरनाक जंगली जानवर है ।हर एक जानवर को एक ख़ासियत है ,जब उन पर होता है तब वो अपनी इस खास बात का उपयोग करके वो बच निकलते है।जैसे कि हाथी को अपना सूंड ,और हिरनी को अपनी तेजी से भाग ने कि ताकद और हम को अपने पैरो में ताकद है ।जब हम पे हमला होता है तब हमें उनको लाथ मारके बचाना चाहिए ,जब भी हमला होता है तब तुम अपने पैरो का उपयोग करो और वाहा से बच निकलो ऐसे गधी ने उपदेश दिया । अगले दिन सुबह उस गधी का बच्चा नदी के किनारे पहुंच गया|
पानी पीने के लिए भेड़िया वाहा पे पहुंचा मगर उसको पता नहीं था कि गधी के बच्चो को भाग निकलने का राज पता चल गया ।उस भेडीए ने थान रखा था कि उसे उसी दिन गधी के बच्चे को मारना है और उसे अपना भोजन बनाना है । इसलिए पेड़ के पीछे छुप के इंतजार कर रहा था | जब गधी का बच्चा पानी पीके निकल गया तो भेडीए ने उसे पीछे से हमला किया ।
इस बार गधी के बच्चे को जरा भी डर नहीं लगा क्योंकि अभी उसकी मम्मी ने उसे बचाने का राज बता दिया था । गधी का बच्चा अब तेजी से दौड़ने ने लगा कि इसी इंतजार में कि जब भेड़िया नज़दीक पोहचेगा उसे वापस हमला करना है ।भेड़िए ने हार नहीं मानी और फिर से वो दौड़ने लगा गधी के बच्चे को अब भले ही पता था कि अब भेड़िया बहुत तेजी से उसके पीछे लगा है इसलिए वो एक जगह जाकर रुख गया ।इस इंतजार में कि भेड़िया वहा पहुंच जाएगा ।गधे के बच्चे ने अब अपने पैरो को तैयार कर दिया इस हमले का मुकाबला करने के लिए ।
- इस बार भेड़िए को बराबर लाथ मारी और वो गिर गया और जख्मी होने लगा बहुत जोर से चोट लग गई थी भेड़िए को अब वो डर गया था ।गधी के बच्चे को अब बहुत ख़ुशी हुई और उसने थान लिया था कि उसकी मम्मी को ये सारी बाते बतानी है घर पे |
मेरे प्यारे बच्चो अपने ताकद का पता नहीं रहता है हमें और इसे पता लगा ने के बाद हम उसका अच्छे से उपयोग कर सकते है |
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4 Comments
Very good story .
ReplyDeleteKeep it up
Thank you sir ji 🙏
ReplyDeleteBadhiya 👍👍👍
ReplyDeleteThank you
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