एक समय की बात है एक घने जंगल में दो बिल्लियां रहती थी। एक का रंग काला था और दूसरी का रंग सफेद
दोनो बहूंत अच्छी दोस्त थी दोनो हमेशा साथ रहती ,साथ खेलती , और साथ सोती भी थी कभी भी दोनो अलग
नहीं हुई ।एक दिन दोनो भी बिल्लियों को जंगल में खाना नहीं मिला दोनो ने बहोत धुंडा मगर उनके हाथ कुछ ना
मिला
।फिर
काली
बिल्ली
बोली
दोस्त
मुझे
लगता
है
जंगल
में
खाना
नहीं
है
हमें
शहर
में
जा
के
धुंडना
चाहिए
।
सफेद
बिल्ली
ने
ये
सुनकर
हा
कहा
चलो
हम
शहर
में
चलकर
तलाश
करते
है
।
दोनो शहर की और चल पड़े ।
फिर उन्हें अचानक एक रोटी का टुकड़ा पड़ा हुआ मिला ।दोनो ने एक साथ छलांग
लगाई दोनो
ने
एक
दूसरे
के
और
घुस्से
से
देखा
फिर
काली
बिल्ली
बोली
अरे
पहले
मैने
इसे
देखा
है
तो
सारी
रोटी
मै
ही
खाऊंगी
।
बिल्कुल
नहीं
इसे
मैंने
पहले
देखा
है
तो
मै
ही
इसे
खाऊंगी
सफेद
बिल्ली
बोली
।
दोनो
आपस
में
तय
नहीं
कर
पा
रही
थी
कि
कोन
रोटी
को
खाएगा
।
दोनो ने सोचा कि इससे पहले कोई और आ जाए रोटी को जंगल में ले जाना चाहिए और वही जाकर तय करना
चाहिए ।जब वो दोनो जंगल में वापस आये तब भी तय ना कर पाये दोनो आपस में लड़ झगड़ रही थी मगर तय ना
कर सकी ।
वहीं पर एक बंदर बैठा हुआ था ।उसने दोनो को लढ़ते हुए देखा ।
उसने सोचा ये रोटी तो बहुत स्वादिष्ट लग रही है
काश मुझे ये मिल जाए ।बंदर ने थोड़ा सोचा और फिर उसे एक उपाय सूझा उसने थोड़ी देर उन्हें लड़ते देखा और
कुछ
देर
बाद
पेड़
से
कूदकर
नीचे
आया
फिर
वो
बिल्लियों
के
पास
जाकर
बोला
बहेनो
तुम
इतना
क्यों
लड़
रही
हो
?
मै तुम्हारे लिए इस रोटी को दो बराबर हिस्से में बाट देता हूं बिल्लिया मान गई और रोटी का टुकड़ा बंदर को दे
दिया ।
बंदर ने रोटी को दो हिस्सों में तोड़ा उसने फिर दो हिस्सो को मापा फिर उसने देखा कि एक टुकड़ा तो दूसरे
से बड़ा है उसने अपने दाएं हाथ में रखे टुकड़े को देखा और कहा ये टुकड़ा तो दूसरे से बड़ा है उसने थोड़ा सोचा और
फिर
उस
बड़े
हिस्से
को
तोडकर
अपने
मुंह
में
रख
लिया
बिल्लिया
देखती
रही
पर
कुछ
नहीं
बोली फिर उसने अपने बाहे हाथ में रखे टुकड़े को देखा ,फिर बोला अरे अब तो ये टुकड़ा पहले से बड़ा है उसने उसमें
से बड़ा हिस्सा तोड़ा और वापस अपने मुंह में रख दिया बिल्लियों ने वापस बंदर को देखा मगर कुछ नहीं बोली ।
बंदर ऐसे ही रोटी के टुकड़े तोड़ता गया जब तक उसने सारी रोटी खत्म ना कर ली बिल्लियों ने उसे घुस्से से देखा
और
घूर्राया
बंदर
जोर
से
हसा
और
पेड़
पर
वापस
चला
गया
।
सिक
:अगर
हम
सब
साथ
रहते
है
तो
सभी
को
बराबर
के
हिस्से
में
बाट
कर
खाना
चाहिए।
2 Comments
Nice👌👌
ReplyDeleteThank you ,ap sujav dijiye ki agali story kis kahani pe apko chahiye.
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