HEALTH CARE TIPS : आख़िर दूध क्यों नहीं पीना चाहिए ? क्या है
दूध पीने के नुक़सान ?विटामिन इ के फायदे जानने के लिए यहाँ क्लिक करे : vitamin E ke fayde vitamin E se milte hai balo ko or skin ko kai fayde
दोस्तों एक चैनल को दिए गए इंटरव्यू के मुताबिक़ डॉ .बिस्वरूप रॉय ने कहा था कि गाय हमारी जननी यानी कि माता नहीं है इसीलिए हमें गाय का दूध नहीं पीना चाहिए ये अलग बात है कि हम गाय को माता मानते है लेकिन बायोलॉजीकली गाय हमारी माता नहीं है इस हिसाब से किसी भी मा का दूध अपने बच्चों के लिए होता है उन बच्चों के लिए जिने उसने जन्म दिया है जो कि गाय ने हमे जन्म नहीं दिया है इसी वज़ह से गाय का दूध भी हमारे लिए नहीं है गाय का दूध उसके बछड़े के लिए ही होता है ।अगर हम गाय का दूध पीते है तो वो इस तरह से हो जाता है कि हम किसी और के हिस्से का खाना छीन रहे हो गाय के दूध पर सिर्फ गाय के बछड़े का ही हक होता है ।
डॉ. बिस्वरूप रॉय कहते है, की मनुष्य यानी कि इंसान शायद पृथ्वी पर एक मात्र ऐसा प्राणी है जो कि जीवन भर दूसरे प्राणी का दूध पीता है ।दूसरा कोई भी जानवर किसी अन्य प्राणी का दूध नहीं पीता है। गाय का दूध सिर्फ उसके बच्चे के लिए ही गुणकारी है इंसान के बच्चों के लिए नहीं गाय या कोई भी प्राणी तभी दूध देता है जब की वो किसी बच्चे को जन्म देता है यह प्रकृति का वरदान होता है कि जो उस बच्चे के लिए होता है ।
तो क्या भीर हमे दूध नहीं पीना चाहिए ? ये जानने के लिए हम कुछ इसके पीछे सायांटिफिक स्टडीज को देखते है जब भी हम कभी किसी को दूध के बारे में पूछते हैं तो हर कोई हमे बताता है कि दूध में कैल्शियम होता है जो कि हमारी हड्डियाँ मजबूत बनाता है ।कई सारे विज्ञापनों में भी यही दर्शाया जाता है और इसी कैल्शियम और बाकी न्यूट्रियंट का हवाला देकर दूध कि मार्केटिंग भी की जाती हैं लेकिन कुछ सायंटिफिक स्टडीज पे पाया गया है कि जो लोग दिन में तीन ग्लास या उससे ज्यादा दूध पीते है तो उनकी हड्डियाँ कमज़ोर होने का ख़तरा बेहद ज्यादा होता है खासकर महिलाओं में ।इसी वज़ह से ऐसे एरिया में दूध डेरी और मास इनका ज्यादा सेवन किया जाता हैं वहां के लोगों में ऑस्टीऑप्रोसेस का प्रमाण अधिक होता है ।जब भी हम कोई animal protein खाते है तो हमारा शरीर उेस प्रोसेस करता है इस प्रोटीन ब्रेकडाउन प्रोसेस में एसिड तैयार होता है क्यों कि कैल्शियम एक बढ़िया एसिड न्यूट्रलाइज है हमारा शरीर इस एसिड को न्यूट्रलाइज करने के लिए कैल्शियम का उपयोग करता है इसके लिए हमारा शरीर दूध में मौजूद कैल्शियम के साथ साथ हमारे हड्डियों में जो कैल्शियम मौजूद होता है ,उसे भी निकाल लेता है परिणामत: हड्डियाँ कमज़ोर होने का ख़तरा भी बढ़ जाता हैं । नहीं तो हम में से भी कई ऐसे लोग है की जिन्होंने अपने बचपन से लेकर जवानी तक दूध का नियमित सेवन किया होगा लेकिन फिर भी आगे चल कर हड्डियों की समस्या होती ही होती हैं ।ज्यादा मात्रा में दूध और डेरी प्रोडक्ट का सेवन करने से ओवरियन कैंसर का ख़तरा भी हो जाता है ।2015 की कई गई एक स्टडीज के मुताबिक दुनिया में 65 से लेकर 70 प्रतिषद लोग lactose intolerance
होते हैं । गाय के दूध में किसी भी अन्य दूध के मुक़ाबले सबसे ज्यादा लैक्टोज़ होते है गाय के दूध में मौजूद लैक्टोज़ इंसानी शरीर आसानी से डाइजेस्ट नहीं कर पाता । गाय के दूध की एक सिंगल सर्विंग में लगभग 20 मिली ग्राम तक कोलेस्ट्रॉल होता है जो कि आपके दिल के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है साथ ही दूध में मौजूद स्याचुरेटेड फ्याट आपके आर्टिज में जम जाता हैं जो कि रार्टीज ब्लॉकेज का कारण भी बन जाता हैं ।दिन भर में अगर आप तीन सर्विंग दूध की लेते हो तो आप ऑलरेडी 60 प्रतिशत रोज़ की जरूरत का स्याचुरेटेड फ्याट खा रहे है वो भी बिना किसी खाने के क्यों की दूध और डेरी प्रोडक्ट की डिमांड बहुत ज्यादा है इसीलिए गाय और भैसो को अनियत्रित मात्रा में एंटीबायोटिक्स दिए जाते हैं ताकि वो फ़ैक्टरीज़ में जिंदा रहे और ज्यादा से ज्यादा दूध प्रोड्यूस करे । इन जानवरों को oxytosin growth hormones diclofenac ke injection भी लगाए जाते हैं जो की
दूध के साथ मिलकर इन्सानी शरीर में आ जाते हैं जिससे कि हार्मोनल इनबॉलेंस का ख़तरा भी बड़ जाता है। fssai के किए गए स्टडी के मुताबिक 60 हेड प्रतीशद तक दूध और दूध उत्पादनों में मिलावट पाई गई है क्यों कि हमारे देश में दूध का कंजमशन बहुत ज्यादा किया जाता है इसी बात का फ़ायदा कुछ लोग अपने नीजीस्वास के लिए उठाते है ।पानी के अलावा कपड़े धोने वाला डिटर्जेन्ट पाउ-डर , ग्लूकोज , रिफाइंड ऑयल और यह तक की व्हाइट पेंट की मिलावट भी दूध में कि जाती है तो सोचिए दोस्तों ये आपके सेहत के लिए कितना घातक होता है ।
तो क्या हमे दूध नहीं पीना चाहिए ?
क्या सच में दूध शरीर के लिए हानिकारक है ?
तो दोस्तों इन सवालों के जवाब पर्सन टू पर्सन व्यारी होते है ।जो लोग दूध के प्रति कंफर्टेबल है जिन्हे दूध से कोई समस्या नहीं होती और वे दूध छोड़ना भी नहीं चाहते ऐसे लोगों को दूध का नियंत्रित सेवन करना चाहिए साथ में उन्हें इस बात का ध्यान भी रखना चाहिए कि जो दूध वे पी रहे हैं वो प्योर हो उसमें किसी भी प्रकार की मिलावट ना हो और जो लोग दूध छोड़ना चाहते हैं वो दूध के अन्य पर्याय बी ट्राय कर सकते है ।
दूध जितना पोस्टिक है उसी जैसे अन्य पोष्टिक आहार भी है ।
गाय के दूध के जगा आप almond milk, coconut milk, soya milk ले सकते हैं और एक बात है दोस्तों ये सोचकर आपको आचर्य नहीं होना चाहिए , वेगण फूड्स जैसे कि डाले, बिंस हरी सब्ज़ियाँ ये अगर आप मिक्स
कॉम्बिनेशन में रोज़ खाते हो तो आपको एड डेरी प्रोडक्ट लेने कि कोई जरूरत नहीं है और जितना न्यूट्रीशन आपको दूध से मिलता है उतना ही न्यूट्रीशन आपको इन सारी चीजों से मिल जाता है ।अगर आप दूध या डेरी प्रॉडक्ट खाना नहीं चाहते या छोड़ना चाहते है या उसे कम करना चाहते हैं तो आप इसके जगह एक कटोरी ताजी हरी पालक रोज ज़रूर खाइए ।
ये पढ़िए : Health Tips In Hindi |नींद न आने की समस्या से परेशान हैं तो ये नुस्खा ज़रूर अपनाए ।
0 Comments